1960 के दशक में मुमताज़ और शम्मी कपूर की प्रेम कहानी शुरू तो हुई, लेकिन कपूर परिवार के एक सख्त नियम के चलते अधूरी रह गई। मुमताज़ ने अपने करियर को चुना और शम्मी को ठुकरा दिया। यह किस्सा आज भी बॉलीवुड की सबसे भावुक कहानियों में गिना जाता है।


1960 के दशक में मुमताज़ और शम्मी कपूर की प्रेम कहानी शुरू तो हुई, लेकिन कपूर परिवार के एक सख्त नियम के चलते अधूरी रह गई। मुमताज़ ने अपने करियर को चुना और शम्मी को ठुकरा दिया। यह किस्सा आज भी बॉलीवुड की सबसे भावुक कहानियों में गिना जाता है।